अब घर बैठे बन सकते हैं एयरोस्पेस इंजीनियर, IIT मद्रास लाया तगड़ा ऑफर, क्या है ये कोर्स

 

Aerospace Engineering Course: टेक्नोलॉजी और स्पेस साइंस में गहरी रुचि रखने वाले युवाओं के लिए शानदार मौका है। आईआईटी मद्रास एयरोस्पेस इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स ऑफर कर रहा है। खास बात यह है कि कोर्स के ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प उपलब्ध हैं। यहां जानिए कोर्स से जुड़ी तमाम डिटेल्स...

IIT Madras Aerospace Engineering
IITM से पढ़ें एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (फोटो- Freepik (फोटो- नवभारतटाइम्स.कॉम)
Aerospace Engineering Degree from IIT Madras: अगर आप स्पेस के बारे में जानना-समझना और पढ़ना चाहते हैं, या फिर एयरक्राफ्ट और ड्रोन टेक्नीक को जानने में दिलचस्पी रखते हैं, तो अब देश के प्रतिष्ठित संस्थान से डिग्री ले सकते हैं। आईआईटी मद्रास ऐसे स्टूडेंट्स को एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई का मौका दे रहा है। इंस्टीट्यूट ने बैचलर ऑफ साइंस यानी बीएस डिग्री कार्यक्रम शुरू किया है।

मॉडर्न टेक्नीक पर महारत हासिल करेंगे स्टूडेंट्स

इसे खास तौर पर उन छात्रों के लिए तैयार किया गया है, जो इस सेक्टर में अपना करियर बनाकर देश की तरक्की में योगदान देना चाहते हैं। इतना ही नहीं आईआईटी मद्रास की यह पहल भारत को एयरोस्पेस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह कोर्स देश के युवाओं को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी में मास्टर बनाकर, उन्हें ग्लोबल लेवल पर तैयार करेगा।

ऑनलाइन या कैंपस में, दोनों तरीके से कर सकेंगे पढ़ाई

आईआईटी मद्रास का बीएस इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग प्रोग्राम टोटल 4 साल का है। इसमें एडमिशन पाने वाले स्टूडेंट्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। इसका मतलब है कि जो स्टूडेंट्स कॉलेज कैंपस में आकर नहीं रहना चाहते, वे अपनी डिग्री घर बैठे ले सकेंगे। इससे उन छात्रों को भी बहुत फायदा होगा, जो किसी भी वजह से संस्थान में रेग्यूलर अटैंडेंस दर्ज नहीं करा सकते, लेकिन आईआईटी से डिग्री लेने के इच्छुक और योग्य हैं।
'IIT में मिली जिंदगी की दो सबसे बड़ी सीख...', गूगल CEO सुंदर पिचई ने खोला अपना 'सक्सेस सीक्रेट'

क्या-क्या पढ़ाया जाएगा इस कोर्स में

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग प्रोग्राम की पढ़ाई के 4 सालों के दौरान स्टूडेंट्स को विमानों, रॉकेटों, उपग्रहों और ड्रोन के डिजाइन, निर्माण और संचालन के बारे में डिटेल में पढ़ाया जाएगा। इस कोर्स में छात्रों को आधुनिक अंतरिक्ष तकनीक, स्पेस मिशन की तैयारी और एयरक्राफ्ट टेक्नोलॉजी के बारे में सिखाने पर भी खास ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप इस कोर्स का अहम हिस्सा होंगे।

कोर्स की मुख्य विशेषताएं

यह कोर्स लचीले ढंग से डिजाइन किया गया है, ताकि दूर-दराज के छात्र भी इसे आसानी से कर सकें। इसमें अपडेटेड सिलेबस के साथ-साथ अनुभवी प्रोफेसरों और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा पढ़ाई कराई जाएगी। लैब वर्क और प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर जोर रहेगा।

कौन ले सकता है इस कोर्स में एडमिशन?

इस कोर्स में आवेदन करने के लिए छात्र को 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषयों में पास होना जरूरी है। ऑफलाइन कोर्स में प्रवेश के लिए जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड परीक्षा पास करनी होगी। ऑनलाइन मोड के लिए एक अलग प्रवेश प्रक्रिया होगी, जिसकी जानकारी आईआईटी मद्रास की आधिकारिक वेबसाइट iitm.ac.in पर मिलेगी।

भविष्य की संभावनाएं

इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रों के पास सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के अनेक अवसर होंगे। छात्र इसरो, डीआरडीओ, एचएएल जैसे संस्थानों में काम कर सकते हैं। इसके अलावा ड्रोन, रॉकेट और सैटेलाइट से जुड़े अनुसंधान एवं निजी कंपनियों में भी करियर की बेहतरीन संभावनाएं हैं।
करियर स्कोप
  • सरकारी क्षेत्र: इसरो, डीआरडीओ, एचएएल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अवसर
  • अनुसंधान क्षेत्र: ड्रोन और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से जुड़े रिसर्च प्रोजेक्ट्स में योगदान

एयरोस्पेस में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम

आईआईटी मद्रास ने तकनीकी शिक्षा को नई ऊंचाई देने के लिए यह पहल की है। इस कोर्स के माध्यम से भारत को एयरोस्पेस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। यह न केवल छात्रों के लिए, बल्कि देश के लिए भी प्रगति की दिशा में एक अहम पहल है।
Previous Post Next Post